साइबर क्राइम की ऑनलाइन दर्ज हो सकेगी शिकायत !
साइबर क्राइम की शिकायत के लिए नहीं काटने पड़ेंगे चक्कर, ऑनलाइन दर्ज हो सकेगी शिकायत.
मध्य प्रदेश में बढ़ते साइबर अपराध को ध्यान में रखते हुए जबलपुर पुलिस ने एक नंबर जारी किया है। इस नंबर पर व्हाट्स ऐप पर जाकर लोग अपने साथ हुए साइबर अपराध की शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। जिससे लोगो का थानों तक जाने का काम आसान हो गया। पुलिस आयुक्तों का मानना है कि,लोगो को इसके बारे में जानकारी होना आवश्यक है ।खासतौर से बच्चों और महिलाओं को जागरूक किए जाने की आवश्यकता है, जिनके ऐसे अपराध का शिकार होने की संभावना अधिक रहती है।ऑनलाइन ही इसकी शिकायत दर्ज हो सकेगी।
साइबर क्राइम पोर्टल
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने साइबर क्राइम पोर्टल cybercrime.gov.in. शुरू किया है। इस पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति अश्लील ढंग से पेश करने वाली सामग्री,अश्लीलता(पोर्नोग्राफी) के प्रसार अश्लील यौन सामग्री और ऑनलाइन यौन दुर्व्यहार सहित अन्य साइबर अपराधों के बारे में शिकायत दर्ज करा सकते है। साथ ही इसमें नागरिक बाल अश्लीलता और बाल लैंगिक दुर्व्यवहार सामग्री या बलात्कार,और सामूहिक बलात्कार से जुड़े योन मामलो की गुमनामी शिकायत भी कर सकते है। जो कि वहाँ से सम्बंधित राज्यो में भेज दिए जाएंगे।
जिसके बाद संबंधित राज्य के संबंधित जनपद की पुलिस इस पर कार्यवाही करेंगी।इसी के आधार पर मुकदमा भी दर्ज किया जा सकेगा।उधर,पुलिस के इस पोर्टल से लोगो को बड़ी राहत मिलेगी ।खासकर महिलाओं के लिए यह पोर्टल बेहद खास है। महिलाएं के साथ हो रहे साइबर अपराध को लेकर गुमनाम शिकायते भी कर सकेगी।इससे उनकी पहचान भी उजागर नही होगी।
-जबलपुर साइबर सेल ने जारी किए व्हाट्स ऐप नंबर
पुलिस अधीक्षक जबलपुर राज्य साइबर सेल अंकित शुक्ला ने अपनी फेसबुक से नंबर एवं इमेल जारी किए।
-उज्जैन साइबर सेल ने भी जारी किए नंबर
सोशल मिडिया से संबंधित – फर्जी फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप तथा वित्तीय फ्राॅड 50,000/- रूपये के उपर के फ्राॅड हेतु लिखित शिकायत आवेदन पत्र जो, कि श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय साइबर जोनल कार्यालय उज्जैन के नाम से होगा नीचे दिये गये व्हाट्सएप मोबाईल नंबर पर आवेदन किये जा सकते है।
साइबर जोनल कार्यालय उज्जैन -(7049157298)
उज्जैन साइबर ज़ोन के अंर्तगत आने वाले जिले उज्जैन देवास शाजापुर आगरमालवा रतलाम मंदसौर नीमच राजगढ़ अशोकनगर गुना ।
साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराने के लिए सबसे पहले:-
cybercrime.gov.in वेबसाइट ओपन करें। वेबसाइट खुलने के बाद Report anonymously पर क्लिक करें। कैटेगरी ऑफ क्राइम को सिलेक्ट करने के बाद सस्पेक्ट (जिस पर संदेह) के नाम, घटना की डिटेल, सस्पेक्ट के खिलाफ एविडेंस अपलोड करें और शिकायत सबमिट कर दें।
यह बरतें सावधानी :-
1.इंटरनेट इस्तेमाल करते समय अपनी निजी जानकारी किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ साझा न करें।
2.अनजान लोगों से इंटरनेट पर बातचीत या ई-मेल का आदान-प्रदान न करें।
3.इंटरनेट पर कोई भी तस्वीर डालने से परहेज करें। कोई इसका दुरुपयोग भी कर सकता है।
4.अपना किसी भी प्रकार का पासवर्ड कभी किसी से साझा न करें।
5.अंजान लोगों के ई-मेल का जवाब न दें। ई-मेल के माध्यम से प्रलोभन दिए जाते हैं।
साइबर क्राइम से बचने के लिए जागरूक रहना जरूरी : शकील अंजुम – साइबर सुरक्षा सलाहकार
Well informed article
Welldone! But what about abused kids.? Bachheke माँ नेही उशे मारपीट की और पुलिसको बुलानीकी धमकी देदी ushne आत्महत्या की कोसिसकी । 4फेब 2020 ,दो पोलिस आये उन्होनेभी उशे लाथाबुककीसे मारपीट की !!?वो नीचे गीर गया!!?फिरभी 2नो पोलिसवालोने उष झुठे माँ का रोनेका नाटक देखकर उशे नॉनस्टॉप लाथाबक्कीशे मारा! ऊपर खिंचकर पोलिस stn ले गए लेकिन पोलिसवालोने कुछभी एक्शन उष क्रूर माँ के ऊपर की नही!!?पोलिस stn मैनेज किय्या है। 8,10थ फेब,2020 को भी उष बच्चे ने मॉं से परेशान होकर आत्महत्त्यकी कोसिस की!!? पोलिस मैनेज किया!!उनका सत्कार??करेंगे य्या उन्हें उष नीच माँ का सीडीआर देखकर हरामिको शिक्षा देँगे?उष्के पहलेभी उष बच्चों को जानसे मारनेकी छल कसरनेकी ,मेन्टल बनानेकी कोशिस की है!!,लेकिन खुद्दके प्यारके और फ्लैट हड़प करनेकेलिए वो औरत प्रेसर ग्रुप use कर रही है। !,बच्चा अब और पहलेभी14सेप्ट2019 तो 10थ फेब,2020 छोड़कर बापके पास है। बापबेते बड़े प्यारसे रहते है। लेकिन 14 ।9।2019में बच्चेको आमिशे जबरन लेके गए थे वे लोग।।। !!??पोलिस मैनेज?, अब सवाल ये है कि एक माँ खुदबखुदद के स्वार्थकेलिये फैमिली मैटर कोर्टमे चालू हैं। चाइल्ड एविडेंस एक्ट 118 ई suppose, के लिए चाइल्ड मेन्टल है भेवडा है (कोल्ड ड्रिंकमेशे वो पलीलाती थी!!?वॉचमनकोभी मैनेज कसरके उशे दारू पिलाई!!रातको उशे घरके बाहर बिनाखाया हाकल्टी थी!?,बचचा पोलिस कोर्टके बाद ऍक्स्प।के वजःशे डरता है। श्केउपर मेन्टल ट्रेस्टमेंट जस्नबुजकर किया गया जबरन!?साइड इफ़ेक्ट वहुवा।बॉडी काली और ऊपर फोड़े आये । ये सब नरक यात्नासेभी भयावह है ।।लेकिन नवघर पोलिस ,मुलुंड ईस्ट मुम्बई अभीतक कुछ नही किया उष हरामी औरत उष्के प्रेमी,साथी और दबाव गट?इश्के पहलेभी जानसे मारनेकी कोसिस भी उष औरतन की 12.2 .2012और 3मई,2015 से 23 अगस्त,2015तक then 6 सेप्ट2015,7थ जून,2017 लेकिन आजतक कोईभी एक्शन उष हरामी औरतपर नाही वहुयेभी। बचा बहोत टैलेंट!,लेकिन ये पोलिस उष्कि माँ उशे जीने दे नाही है। उष बच्चेके बापको जानसे मारनेकी कोसिस की और सुरु है। मुलुंड पुलिसने उनके ऊपर 307 झूठा इल्जाम लगाया शिर्फ़ मुलुंडसे उन्हें हाकलनेकेलिये? ऐशी condition में आप क्या कर सकते है।?
आपकी योजना स्वागत??
The mobile number and website issued by the government will be of no use if people doesn’t know about them. It is very important to tell people about these numbers, websites and facility for anonymous complaint which can help them to file the complaint regarding cyber crime. Therefore, the article has actually done a very good job. Moreover, tips given are also notable.
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Every country and state that a pandemic.
very knowledgeable article about the cyber crime and their precautions.
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This article is informative as it tells us methods to curb the cyber crimes happening in India. The online portal is great initiative taken by the government as it will help in reducing the crimes and protecting the privacy of the victims. Overall, this article was up to the mark.
great initiative by mp police and our government
Initiative worth appreciation but the thing is right that if people will not use these facilities these initiatives will be of no use. So believe in the system and make use of these to get justice in a way.
people should be aware about the online modes of filing an complaint on cybercrime. This article is very helpful for everyone…
Online complaint is a manageable and effective platform for citizens. It’s an influencing way for filing a complaint against cyber crime.