दुनिया का हर देश हर वक्त अपने दुश्मन को मात देने की कोशिशों में लगा रहता है. हर वक्त सीधी जंग नहीं होती और हर बार केवल जंग के मैदान में ही मात नहीं दी जाती. खुफिया तरीकों से भी दुश्मन को मात दी जाती है. इस खुफिया खेल में बहुत बड़ी भमिका निभाता है – हनीट्रैप.
जैसा नाम से ही जाहिर है हनी यानि शहद और ट्रैप मतलब जाल. एक ऐसा मीठा जाल जिसमें फंसने वाले को अंदाजा भी नहीं होता कि वो कहां फंस गया है और किसका शिकार बनने वाला है. खूबसूरत महिला एजेंट्स सेना के अधिकारियों को अपने हुस्न के जाल में फंसाती हैं और उनसे महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर लेती हैं.
दुनिया के तमाम देश अपने दुश्मन का राज जानने के लिए नए-नए हथकंडे आजमाते रहते हैं. उन्हीं में से एक है हनी ट्रैप. इसमें महिलाओं का सहारा लिया जाता है. फेसबुक या हाई प्रोफाइल पार्टियों के जरिए टारगेटेड लोगों की लड़कियों से दोस्ती कराई जाती है.फिर धीरे धीरे ईमेल और फोन नंबरों का आदान प्रदान कराया जाता है. हनी ट्रैप के मिशन पर निकली महिला उस व्यक्ति के साथ घुमने और मिलने का सिलसिला शुरू करती है. फिर वह महिला दोस्ती की आड़ में जरूरी जानकारियां हासिल करती है.
इसके लिए महिला सिर्फ लच्छेदार बातों का ही सहारा नहीं लेती बल्कि अपने शिकार को ब्लैकमेल भी करती है.अगर टारगेटेड व्यक्ति की कोई आपत्तिजनक तस्वीर या खास बातचीत की कोई डिटेल हाथ लग जाए तो उसे जगजाहिर करने की धमकी दी जाती है. बदनाम होने के डर से वो शख्स गोपनीय राज भी बता देता है.
सोशल मीडिया के जरिए फंसाया जाता है
अभी तक का ट्रेंड देखें तो पता चलता है कि सोशल मीडिया के जरिए सेना से जुड़े लोगों को फंसाया जाता है. ये जरूरी नहीं कि सामने जो लड़की बातें कर रही है वो वास्तव में लड़की ही हो. कई बार पुरुष एजेंट, महिला बन कर बातें करते हैं. इसके लिए फेक प्रोफाइल्स बनाई जाती हैं. ये इस कदर असली दिखती हैं कि इन पर भरोसा कर लिया जाता है.
भरोसा हासिल करने के लिए नंबरों का आदान प्रदान
सेना से जुड़े लोगों का भरोसा हासिल करने के लिए मोबाइल नंबरों का आदान प्रदान भी किया जाता है और whatsapp जैसे टूल्स से भी चैटिंग की जाती है. इस तरह की चैटिंग के दौरान अंतरंग तस्वीरें, बेहद निजी राज आदि जान लिए जाते हैं और फिर ब्लैकमेल करने में इनका इस्तेमाल किया जाता है.
कैसे सेना के जवान और अधिकारी फंस जाते हैं हुस्न के जाल में
इंडियन एयरफोर्स के ग्रुप कमांडर अरुण मारवाह को देश की सुरक्षा की निजी जानकारियों ISI को मुहैया कराने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। 51 साल के अरुण मारवाह फेसबुक पर किसी महिला से संपर्क में थे और वो उसे सैक्स चैट के बदले में देश की सुरक्षा से संबंधित निजी जानकारियां मुहैया करा रहे थे। इस हनी ट्रैक का भांडाफोड़ होने के बाद अरुण को गिरफ्तार कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि फेसबुक पर 2 महिलाओं ने मॉडल बनकर उनसे बातचीत की और उसके बाद दोनों ने सैक्स चेट भी की। इसी बहकावे में आकर अरुण मारवाह ने गोपनीय दस्तावेज ISI को मुहैया करा दिए।
काफी समय से पाकिस्तान इस हथकंडे को आजमा रहा है
हुस्न के जाल में फंसकर जिस तरह से वायुसेना के एक अधिकारी ने पाकिस्तानी खूफिया एजेंसी को अपने देश की सुरक्षा से संबंधित निजी जानकारियां मुहैया करा दी हैं, वो बेहद ही हैरान कर देने वाली हैं। साथ ही ये मामला काफी चिंताजनक भी है। ये तो हर कोई जानता है कि दुश्मन देश हमेशा से ही एक-दूसरे का राज जानने के लिए कई तरह के शातिर हथकंडे आजमाते हैं, लेकिन पाकिस्तान पिछले कुछ समय से हनी ट्रैप का हथकंडा आजमाता आ रहा है। जमीनी लड़ाई पर भारत के हाथों मात खाने के बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI अब भारत के अधिकारियों और जवानों को ‘हसीन’ जाल में फंसाकर गोपनीय जानकारी जुटा रही है।
by-radhika
1 thought on “आखिर क्या होता है Honey Trap ?”
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Very much useful in today’s time