इंजीनियरिंग छात्र ने अपने ही घर में लाखों रुपयों की चोरी, राज्य साइबर पुलिस उज्जैन ने किया गिरफ्तार।
●2,69,000 रुपयों का ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन किया।
●रुपयो को e-वॉलेट में करता था लोड।
●तीन महीने से थोड़े-थोड़े पैसे निकालकर लाखो की धोखाधड़ी करी।
●अपने ही घरवालो को देता था धोखा।
●महंगे शोकों को पूरा करने के लिए की थी चोरी।
●दोस्तो का रिचार्ज करता था ,बस टिकट e-vallet से बुक कर उनसे कैश लेता था।
●स्पोर्ट्स के ऑनलाइन गेम खेलने का शौकीन आरोपी।
विशेष पुलिस महानिदेशक श्रीमान पुरुषोत्तम शर्मा एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री राजेश गुप्ता द्वारा अपराधों की तुरंत जानकारी पाने हेतु हाल ही में दिए दिशा-निर्देश में की गई कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर पुलिस ,जोन – उज्जैन जितेंद्र सिंह ने बताया कि सिंतबर के महीने में ज्योति नगर ,उज्जैन निवासी श्रीमती रानी कालरा व श्री संदीप कालरा ने शिकायत दर्ज करवाई की उनके भारतीय स्टेट बैंक के खाते से अप्रैल से सिंतबर महीने तक छोटे व बड़े ऑनलाइन ट्रांज़ैक्शन कर करीब 2,69,000 रुपए निकले गए।उनके पास किसी तरह के A.T.M कार्ड की जानकारी के लिए कोई फ़ोन नही आया।न ही उन्होने अपने बैंक खाते से संबंधित कोई जानकारी किसी को प्रदान की है ।फरियादिया की शिकायत के आधार पर क्रमांक189/19धारा 419,429 भादवी व 66-c का दर्ज कर विवेचना में लिया गया ।
जांच के दौरान आये तथ्य व बैंक स्टेटमेंट ले अनुसार के-वॉलेट कंपनी से जानकारी के दौरान पता चला कि फरियादिया के पुत्र साहिल कालरा ने ही उनके पैसे ठगे। अपराधी से पूछताछ के दौरान पता चला कि साहिल कालरा की माताजी के बैंक खाते में लाखों रुपये होने पर तथा माताजी के A.T. M कार्ड का उपयोग नही किया जाता था ।A.T. M कार्ड घर की अलमारी में ही रहता था ।एक दिन ऐसे ही अपने e-vallet में रुपये नही होने पर अपनी माताजी के A.T. M कार्ड का इस्तेमाल कर रुपये लोड किये।तथा इसके बाद जरूरत पड़ने पर फिर से A.T. M कार्ड का इस्तेमाल करता था । तथा अपने दोस्तो के मोबाइल रिचार्ज कराता व बस की टिकट बुक कर ,उनसे नकद रुपये ट्रांसफर कराये।आरोपी की प्रकरण में गिरफ्तारी की गई व घटना में प्रयुक्त मोबाइल फ़ोन व सिम व दो बैंक खातों की पासबुक व A.T. M कार्ड भी जब्त किये गए।
राज्य साइबर पुलिस ,उज्जैन के दल जिसमे निरीक्षक नरेंद्र गोमे,उप निरीक्षक हिमांशु चौहान गोपाल अजनार, प्र.आर हरेन्द्रपाल सिंह राठौर व कमलाकर उपाध्याय, सुनील पंवार, कमल सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।
Advisery:-अपने A.T. M कार्ड के नम्बर ,cvv नम्बर, एक्सपायरी date कभी किसी को नही बताये ।अपने बच्चो की गतिविधियों पर नजर रखे ।
This is so crazy for a youth to do this at his own house!! But the truth is such incidents are not isolated cases or rare. It is growing at an alarming rate and if we don’t curb this menace now and don’t educate our younger generations, we could be starting at the face of a very big problem!!