मेट्रीमोनियल साइट के जरिये शादी के लिये सम्पर्क कर विदेशों से गिफ्ट भेजने के नाम पर लाखों रूपये की ठगी करने वाले अन्तराज्यीय गिरोह का सदस्य राज्य सायबर सेल इन्दौर द्वारा पकडा गया ।
1- आरोपी की थी, कई राज्यों की पुलिस को तलाश।
2. फर्जी नाम पतो से कई शहरों में रहकर दे रहा था, पुलिस को धोखा।
3. आरोपी के पास मिले कई बैंको के फर्जी खाते की पासबुक, एटीएम कार्ड एवं चेक बुक
4. आरोपी के पास मिले कई पहचान संबंधित फर्जी दस्तावेज पेन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आइडी, ड्रायविंग लायसेंस ।
5. आरोपी के पास मिली बैंक एवं शासन अनेक विभागों की जाली सीले।
6. आरोपी होटल गेलेक्सी मेें रहकर इन्दौर में कर रहा था, नये खाता धारको की तलाष।
पुरूशोत्तम शर्मा विशेष पुलिस महानिदेशक राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा सायबर से संबंधित प्रकरणों के त्वरित निराकरण के निर्देश दिये गये है। जिसके तारतम्य में पुलिस अधीक्षक राज्य सायबर सेल इन्दौर जितेन्द्र सिंह ने बताया कि दिनांक 16/06/2019 को भोपाल सायबर हेड क्वाटर से जानकारी प्राप्त हुई थी, कि मेट्रोमोनियल साइट के फ्राॅड के अपराध क्रमांक 80/19 धारा 420, 120बी भादवि एवं 66डी आइटी एक्ट थाना राज्य सायबर पुलिस भोपाल के अपराध से जुडा एक प्रमुख आरोपी अवधेश पाठक निवासी- ग्वालियर की इन्दौर के विजय नगर क्षेत्र के भमौरी में कही छुपे होने की सूचना हैं। जिस पर त्वरित कार्यवाही हेतु निरीक्षक अमरीश मिश्रा के नेत्रत्व में एक टीम गठित की गई जिसमें उप निरीक्षक अम्बाराम बारूड, जितेन्द्रसिंह चैहान आर0 गजेन्द्रसिंह राठौर, विजय बडोदकर, रमेश भिडे को आरोपी की पतारसी हेतु रवाना किया गया।
आरोपी द्वारा बार-बार अपनी विजय नगर क्षेत्र में लोकेशन चेंज की जा रही थी। आरोपी की लोकेशन का पीछा टीम के द्वारा लगातार किया जाकर उसे भमौरी क्षेत्र से बताये हुलिये के अनुसार पकडा गया। जिसे अग्रिम कार्यवाही हेतु राज्य सायबर पुलिस भोपाल के जिम्मे किया गया। राज्य सायबर पुलिस भोपाल द्वारा आरोपी से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा कई अहम खुलासे किये गये। जिसमें आरोपी द्वारा बताया गया कि वह गरीब लोगों को झांसे में लेकर उनके नाम से बैंक खाते खुलवाता था। जिसके एवज में मामुली रकम उन्हे देकर खातों से संबंधित समस्त दस्तावेज चेक बुक, एटीएम कार्ड एवं पासबुक अपने पास रखकर उन खातो में फ्राॅड की लाखों रूपये की राशि बुलवाकर अहरण कर लेता था। आरोपी के कब्जे से कई फर्जी दस्तावेज, एटीएम, पेन कार्ड, फर्जी बैंक खाते, आधार कार्ड, बैंक एवं शासन के अनेक विभागों की जाली सीले आरोपी के पास होना पाई गई। आरोपी द्वारा लम्बे समय से लगातार इस तरह के अपराध करता रहा है, और अलग-अलग शहरों में फर्जी नाम पतो से रहकर पुलिस को चकमा देता रहा है।
विभिन्न प्रकार के सायबर क्राइम को घटिल करने के लिये जालसाजो द्वारा अपनाये जाने वाले तरिके वारदात व बचाव इस प्रकार हैः-
तरिकाऐं वारदातः- मेट्रोमौनियम साइट
1. जालसाज मेट्रोमौनियम साइट के फर्जी आकर्शक प्रोफाइल बनाता है।
2. फिर जालसाज पीडित को बनावटी स्नेह और प्रेम से लुभाऐगा।
3. जालसाज उसे कुछ महंगे और लुभावने उपहार भेजने का कहेगा।
4. आपातकालीन स्थिति को संभालने के लिये पैसे जमा/ट्रांसफर करने के लिये कहेगा।
5. जालसाज आपके पैसे लेकर गायब हो जायेगा।
बचावः-
1. वैवाहिक वेबसाइट के माध्यम से ठगी से सावधान रहे।
2. अधिक धन के हस्तान्तरण की मांग है, तो कृपया व्यक्ति की वास्तविकता को सत्यापित करे/व्यक्तिगत रूप से उनसे सम्पर्क किये बिना रूपये ट्रांसफर न करें।
तरिकाऐं वारदात नौकरी के नाम पर धोखाधडी:-
1. पीडित नौकरी के लिये नौकरी तथा अन्य जगह अपना बायोडाटा देते है।
2. जालसाज नौकरी लगवाने के नाम पर फोन लगाते है, व फोन पर ही इन्टरव्यू लेते है।
3. जालसाल पीडित से रजिस्ट्रेशन कराने के नाम पर रूपये लेते है।
4. जालसाज पीडित को नामी कम्पनियांे के नाम से फर्जी नियुक्ति पत्र भेजते है।
5. कम्पनी बिना कंसलटेन्सी फीस के आॅफर लेटर देने से मना करने के नाम पर रूपये जमा कराये जाते है।
6. जालसाज आपके रूपये लेकर गायब हो जायेगा।
बचावः–
1. नौकरी लगवाने के नाम से ठगी करने वाले फोन से सावधान रहे।
2. अगर आपको कोई नौकरी का आॅफर मिलता है, और धन के हस्तान्तरण की मांग है, तो कृपया व्यक्ति की वास्तविकता को सत्यापित करें।
3. व्यक्तिगत रूप से उनसे सम्पर्क किये बिना रूपये जमा न करे।