बच्चो को लॉकडाउन में बताये उनके अधिकारों के बारे में
धर्मराजसिंह परमार,पत्रकार
कोरोना वायरस ने पूरे भारत को घरों में कैद कर दिया है। ऐसे में घरों में कैद रहने का सबसे ज्यादा असर बच्चों के ऊपर पड़ता है क्यूंकि बच्चे ही है जो घरों से बाहर जाने की जिद्द करते है। ऐसे में हर पेरेंट्स की यह जिम्मेदारी बनती है की वह बच्चो को उनके अधिकारों के बारे में बाते करे । बच्चो के प्रश्नों के जवाब भी दे,, ताकि यह लॉकडाउन से बच्चे भी अपने अधिकारों के बारे में जान सके ।
-सारे स्कूल कोचिंग का एकाएक बंद हो जाने से बच्चो में चिंता उत्पन्न हुई होगी क्या उनकी स्कूल अब लगेगी नहीं ? इसे सवालो अगर होते है तो बच्चो को बताये की शिक्षा उनका अधिकार है जिसमे उन्हें पढने से स्कूल जाने से कोई रोक नहीं सकता .. अगर अभी वह घर पर पढने को काफी इच्छुक हो तो ऑनलाइन विडियो अपने मोबाइल से दिखा सकते है।
-बच्चो को मनोरंजन का पूरा अधिकार है जिससे की उनका मानसिक विकास हो सके घरो में कैद रहने से बच्चो को काफी तनाव हो सकता है ऐसे में बच्चो को मनोरंजन करने वाली चीजों के पास ले जाए जिससे उनका मन लगे रहे..
-हर बच्चे को अपने पेरेंट्स से अपनी बात रखने का अधिकार प्राप्त है अगर बच्चा आपसे कुछ बोलना चाहता है तो उसे सुने उसकी जो समस्या है उसे दूर करे ..
-बच्चो को हम इस समय ज्यादा से ज्यादा समय दे रहे है तो उन्हें बताये की अगर कोई तुम्हारा बाहर शोषण करता है या कुछ भी गलत करने का प्रयास करता है तो उन्हें सबसे पहले सूचित करे ।किसी से डरने की या बात छुपाने की आदत न डाले बल्कि हर बात अपने माता पिता से कहे।
-बच्चो को अपने पोषण आहार के बारे में बताये जो आहार उनके लिए उचित है उसके बारे ने बच्चो से बात करे इसे समय में उन्हें अच्छा पोषण आहार दे फल,दूध,दाल जैसी आवश्यक चीजों को अपनी डाईट में शामिल करे ।
बेटो को रोजमर्रा के काम सिखाये
यह सबसे सही वक्त है जब हम समानता का अधिकार अपने बेटो को बता सके है ,, इस समय बच्चो को यह भी बता सकते है की घर के काम सिर्फ लडकियों की नहीं होते बल्कि इसे लड़के भी कर सकते है, यह वही समय है जब बच्चे सब सीखते है उन्हें रोटी बनाना , पौधो में पानी डालना, घर साफ करना, कपडे व्यवस्थित करना आदि बताए।
योग के बारे में बताये
दिन की शुरुआत परिवार के साथ योग करके करे तो बेहतर होगा, आप अभी अगर यह बच्चो को सिखायेगे तो उनकी आदत बन सकती है। योग करने से प्रतिरोधक क्षमता बढती है और जब हमारे शारीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी तो कोई वायरस या कीटाणु हमे संक्रमित नहीं कर सकता।
कोरोना वायरस से जुडी यूनिसेफ की गाइडलाइन बच्चो को सही जानकारी दे सकती है
1 सच को जानना हर बच्चे का अधिकार है उन्हें कोरोना जैसे गंभीर महामारी के बारे मिसगाइड न करे. इससे जुड़े डर को दूर करे।
2 गाने या संगीत के जरिये हाथ धोने की आदत डलवाने की कोशिश करे।
3 मुश्किल हालात के लिए बच्चो को पहले से तैयार रखे।
4 अपने बच्चो को डॉक्टरो के बारे में बताये की यह हमारे साथ है।
5 बच्चो को समझाने के साथ हर माता पिता अपना ध्यान भी रखे।
6 खेल खेल में बच्चो का पैनिक दूर करे।
वही यूनिसेफ में बाल स्वास्थ्य अधिकारों पर शोधर्ती शिखर नेगी ने बताया कि बच्चों को घर में रहकर उनसे जुड़े सारे अधिकारों को बताए जाए ताकि बच्चे अपने अधिकारों को जान सकें ।