साइबर क्राइम एडवायजरी – जनहित में जारी
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वर्तमान स्थिती में जानकारी में यह तथ्य सामने आया है की कुछ आपराधिक तत्वों द्वारा आमजन के facebook/ instagram/ email ID आदि को हैक कर उन IDs के फ़्रेंड लिस्ट वाले व्यक्तियों से सम्पर्क कर किसी आकस्मिक लाचारी (बीमारी/ दुर्घटना/ आपात स्थिति) की झूठी बातों में उलझाकर रुपयों की माँग किसी बैंक खाते/ वॉलेट में की जाती है। अनेक व्यक्ति अपने परिचित को विषम परिस्थिति में फँसा समझ कर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, और जालसाज़ के खाते/वॉलेट में राशि डाल कर आर्थिक नुक़सान कर बैठते हैं।
अतः निम्नलिखित बातों का आवश्यक रूप से ध्यान रखकर इस तरह की धोखाधड़ी से बचा जा सकता है-
1) यदि आपको अपने परिचित की facebook/ instagram/ email ID या अन्य सोशल मीडिया से कोई आपात स्थिति बता कर रुपयों की माँग की जाती है, तो आप सर्वप्रथम अपने परिचित से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क करें।
अपने facebook/ instagram/ email ID आदि सोशल मीडिया अकाउंट को हैक होने से बचाने के लिए-
1) अपने मोबाइल पर रिसीव होने वाले मैसेज को ध्यान पूर्वक पढ़े तथा किसी अन्य के द्वारा मांगे जाने पर मेसेज में code number/ OTP/ verification code को न बतावे |
2) अपने सोशल मीडिया अकाउंट में two step verification आवश्यक रूप से active कर के रखे |
3) अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग्स को पूरा करे |
4) सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक आदि पर किसी अनजान व्यक्ति की फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट को स्वीकार ना करें।
5) सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक आदि पर किसी व्यक्ति द्वारा आपको फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी जाती है अथवा आपसे मेसेंजर पर चैट कर कहा जाता है की आपकी गोपनीय फोटो व विडिओ उसके पास है अथवा आपकी रूचि के हिसाब से आपसे बात की जाता है एवं उसे देखने के लिए कहा जाता है, जैसे ही आप उस लिंक (फिशिंग) पर क्लीक कर उस पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट (फेसबुक / इन्स्टाग्राम आदि) का लॉग इन आईडी –पासवर्ड डालते है वह लॉग इन पासवर्ड सामने वाले व्यक्ति के पास पहुँच जाता है तथा वह आपके सोशल मीडिया अकाउंट को एक्सेस करने में समर्थ हो जाता है |
6) किसी भी प्रकार की Unknown LINKs पर क्लिक ना करे क्योकि इस तरह की लिंक फिशिंग होती है जो कुछ समय के लिए एक्टिव होती है और आपकी निजी जानकारी चुरा लेती हैं।