बोर्ड परीक्षाओं के विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत सफलता सुनिश्चित करने के लिए कुछ विनम्र सुझाव
कक्षा 10वीं एवं 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थियों के माता पिता अर्थात हमारे प्रिय अभिभावक , विद्यार्थी , शिक्षक गण
सादर नमस्ते
आपसे विनम्र अनुरोध है कि यहां दिए जा रहे कुछ सुझावों को यदि आप उचित समझे तो विचार कर अपनाने का प्रयास अवश्य करें :
1. कक्षा 10वीं एवं 12वीं की सीबीएसई अथवा राज्य के बोर्ड की परीक्षा में सम्मिलित हो रहे प्रत्येक विद्यार्थियों के लिए यह संदेश है कि बोर्ड परीक्षाओं के प्रारंभ होने के मात्र 10 – 15 दिन ही बचे हैं यह अवधि विद्यार्थियों को देर रात तक पढ़ने अपनी दिनचर्या अत्यधिक पढ़ाई में व्यस्त कर देने के लिए नहीं है ऐसा करने से कुछ भी लाभ नहीं होने वाला है
इसलिए सोच समझकर प्रातः सूर्योदय से पूर्व उठने से लेकर रात्रि 10:00 से 11:00 के बीच पर्याप्त नींद लेने हेतु सोने के बीच का समय विभाजन करते हुए विभिन्न विषयों के अध्ययन तथा दैनिक कार्यों एवं गतिविधियों के बीच तालमेल बिठाते हुए समय सारणी तैयार कर लेनी चाहिए l
2.यह समय सारणी केवल दिखावे के लिए नहीं बल्कि दृढ़ता पूर्वक पालन करने के लिए होना आवश्यक है सबसे महत्वपूर्ण बात है सूर्योदय से पूर्व ब्रह्म मुहूर्त में प्रातः 4:00 से 5:00 बजे के मध्य जागना और नित्य कर्म के तत्काल पश्चात थोड़ा सा प्राणायाम अथवा ध्यान करते हुए संबंधित विषय का अध्ययन प्रारंभ करना
3. प्रत्येक विद्यार्थी को चाहिए कि पूरे वर्ष भर जिस विषय में उसे विभिन्न परीक्षाओं में कक्षा परीक्षाओं में कम अंक प्राप्त हुए हैं जिन विषय में उसकी तैयारी पूरी नहीं हो पाई है उन विषयों को समय सारणी में अधिक समय देते हुए ध्यानपूर्वक प्रत्येक पाठ या इकाई को एक एक वाक्य को अच्छी तरह पढ़ें तथा कठिन वाक्य कठिन अंश को रेखांकित करते हुए उसका तात्पर्य /जवाब पहले शिक्षक से फिर अपने परिवार के ज्ञान रखने वाले व्यक्ति से अथवा मित्रों से चर्चा करके अपनी कठिनाई को दूर करें
इस पर भी कठिनाई दूर नहीं होती है तो इंटरनेट पर मोबाइल या कंप्यूटर अथवा लैपटॉप के माध्यम से गूगल पर सर्च करें यूट्यूब पर सर्च करें वहां निश्चित रूप से अपनी कठिनाई के अनेक उत्तर मिल जाएंगे जो उत्तर सबसे सरल और सटीक लगे उसे तुरंत लिख ले या कॉपी करते हुए अपने मोबाइल या लैपटॉप में फाइल में रक्षित कर ले तत्पश्चात परीक्षा की अच्छी तैयारी हेतु इस जवाब या उत्तर को बार बार दोहराएं याद होने पर लिखकर अभ्यास जरूर करें
4. प्रत्येक विद्यार्थी को यह पता होना चाहिए कि किस प्रश्न पत्र में कुल कितने प्रश्न व कितने कितने अंकों के लिए आएंगे ज्यादा अंक वाले प्रश्न को कितने समय में हल कर लेना चाहिए और कम अंक वाले प्रश्न को कितने समय में हल कर लेना चाहिए
इस कार्य के लिए प्रत्येक विद्यार्थी को सीबीएसई की वेबसाइट पर दिए गए नमूने के प्रश्न पत्र या पिछले वर्ष के बोर्ड परीक्षाओं के प्रश्नपत्र को परीक्षा की उत्तर पुस्तिका के साथ विद्यालय में अथवा घर के किसी कमरे में एकांत में लगातार 3 घंटे तक बैठकर एक बार प्रश्न पत्र हल करने का अभ्यास जरूर करना चाहिए ऐसा करने से विद्यार्थी का आत्मविश्वास बढ़ेगा और परीक्षा के प्रति मन में छुपा भय अथवा डर समाप्त हो जाएगा
प्रश्न पत्र हल करने के बाद स्वयं उत्तरों का मूल्यांकन करें स्वयं ही अंक प्रदान करें तथा प्रश्न पत्र के जिस भाग में कम अंक प्राप्त होते हैं उसे फिर से समय सीमा में हल करने का अभ्यास करें
5. विद्यार्थी के लिए यह महत्वपूर्ण है कि किसी भी विषय को कमजोर नहीं समझे विशेष रूप से विद्यार्थी हिंदी एवं अंग्रेजी विषय की तैयारी के लिए परीक्षा के दिनों में अथवा परीक्षा की तारीख के बीच में गैप में न्याय पूर्वक समय नहीं देते हैं अच्छी तरह तैयारी नहीं करते हैं जिससे वे अच्छे अंको से तो पास हो जाते हैं लेकिन इन विषयों में थोड़ा समय देकर 90 से 95% अंक भी प्राप्त किए जा सकते हैं जिससे ओवरऑल परीक्षा परिणाम का प्रतिशत भी निश्चित रूप से बढ़ेगा इसलिए यह सुझाव है कि हिंदी एवं अंग्रेजी विषय के प्रश्न पत्र के प्रारूप को ध्यान में रखते हुए उत्तम अंक प्राप्त करने के लिए अभ्यास जरूर किया जाए
6. परीक्षा का समय बेहद महत्वपूर्ण होता है स्वास्थ्य की थोड़ी सी खराबी से आपका बहुत ज्यादा समय बर्बाद हो सकता है आपको चिकित्सक के पास जाने में और स्वास्थ्य सुधार में बहुत समय लग सकता है आप स्वयं को सुविधाजनक महसूस नहीं कर पाएंगे इसलिए अपने स्वास्थ्य पर सबसे ज्यादा ध्यान दें कहने का मतलब यह है कि आसानी से अच्छी तरह पचने वाली वस्तुओं का भोज्य पदार्थों का ही सेवन करें जिससे कि शीघ्रता से बचने के पश्चात मानसिक ऊर्जा भी प्राप्त हो सके इसके लिए हरी सब्जियां ताजी सब्जियां गरम-गरम फुल्के दलिया स्वादिष्ट लेकिन कम मात्रा में चावल आदि के साथ सेवन किया जा सकता है भोजन में दही की मात्रा जरूर होनी चाहिए साथ ही प्रत्येक विद्यार्थी को प्रतिदिन संध्या के समय कम मात्रा में भोजन करना चाहिए भोजन सूर्यास्त से पूर्व कर लेना चाहिए प्रतिदिन अपने आहार में फलों का समावेश जैसे पपीता से फल केला चीकू नारंगी आदि जरूर लेने चाहिए यदि शरीर स्वस्थ रहेगा पाचन अच्छा होगा तो प्रत्येक विद्यार्थी स्वयं को ऊर्जावान और सुविधाजनक महसूस करेंगे पढ़ने में भी मन लगेगा
7. परीक्षा के दिनों में विद्यार्थियों को लगातार दो से 3 घंटे तक नहीं पढ़ना चाहिए प्रत्येक घंटे के बाद 10 मिनट का विश्राम देना चाहिए आंखें बंद करके मस्तिष्क को प्राणायाम से रिचार्ज करना चाहिए
भोजन के पश्चात टहलना भी चाहिए और बीच-बीच में आवश्यकतानुसार खेल भी खेलना चाहिए
टीवी में थोड़े समय के लिए पसंदीदा धारावाहिक या समाचार अधिक से अधिक आधे घंटे तक देखा जा सकता है लेकिन केवल बोरिंग होने से बचने के लिए
8. परीक्षा के दिनों में प्रत्येक विद्यार्थी को अपने मित्रों से रिश्तेदारों से या माता-पिता से परिवार में किसी भी प्रकार के विवाद से नाराजगी से और तनाव से बचना चाहिए सबके साथ प्रसन्न चित्त होकर धैर्य एवं सहनशीलता पूर्वक व्यवहार करना चाहिए मन थोड़ा सा भी ठीक नहीं लगने पर पसंदीदा संगीत सुना जा सकता है ईश्वर पूजा में रुचि हो अथवा प्रार्थना भजन या श्लोक पाठ 5 से 10 मिनट के लिए किया जा सके तो अति उत्तम रहेगा इसका लाभ अभ्यास के बाद ही पता चलेगा किसी भी बहाने से अगर ठहाका मारकर हंसने का अवसर मिले तो जरूर हंसना चाहिए इससे ऊर्जा बढ़ेगी उत्साह बढ़ेगा और आत्मविश्वास में वृद्धि होगी
9. मन में किसी भी प्रकार का नकारात्मक विचार नहीं आए इसके लिए यह जरूरी है कि आप स्वयं पर विश्वास करें अपनी मेहनत पर और ईश्वर पर भरोसा रखें परीक्षा आपके जीवन को थोड़ा बहुत प्रभावित कर सकती है लेकिन परीक्षा जीवन नहीं है आपका जीवन आपकी सोच आपके विचार और आपके व्यवहार पर ही निर्भर करता है आप अपनी जीविका कैसे चलाएंगे यह आपके व्यवहार विचार और आत्मविश्वास पर जिंदगी में आगे बढ़ाएगा इसलिए खुद और खुद की जिंदगी से ज्यादा महत्व परीक्षा को कभी नहीं दे परीक्षा को एक सामान्य आवश्यक प्रक्रिया की तरह ली जाए और कर्तव्य की तरह इसे निभाने का संकल्प किया जाए
10. अंत में यही कहना चाहूंगा कि सच्चे और पूरे मन से किया गया प्रयास कभी विफल नहीं होता ध्यानपूर्वक एकाग्र चित्त होकर की गई मेहनत का परिणाम हमेशा अपेक्षा से अधिक आता है इसलिए स्वयं पर दृढ़ विश्वास रखें अति आत्मविश्वास ओवरकॉन्फिडेंस से हमेशा बचे
किसी भी विषय की तैयारी में किसी भी प्रकार की कठिनाई महसूस करें तो संबंधित विषय के विद्वान अथवा शिक्षक से 24 घंटे के भीतर जब भी आप चाहे संपर्क करें अपनी बात को शालीनता और विनम्रता पूर्वक रखें आप को हल अवश्य मिलेगा इसमें संकोच बिल्कुल भी नहीं करें
परीक्षा के दिनों में प्रश्न पत्रों के बीच की गैप का समय और परीक्षा के प्रारंभ होने के पहले के 10 15 दिवस का समय आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण है इसका पूरा पूरा सदुपयोग कीजिए एक-एक क्षण एक-एक मिनट को समर्पित होकर अपने अध्ययन में लगाइए आपकी सफलता सुनिश्चित होगी दुनिया की कोई भी शक्ति आपकी मेहनत को बेकार नहीं कर सकती आप सबको परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने की अनंत शुभकामनाएं ।
धन्यवाद
जय भारत जय हिंद
नंदकिशोर सोनी
प्राचार्य केंद्रीय विद्यालय राजगढ़