कहानी सोन चिरैया की…
कृतिका राव:-
अनुष्का पांडेय को लॉक डॉउन शुरू होने से पहले ही अश्लील मैसेज आ रहे थे । यह मैसेज उनके साथी की पहली गर्लफ्रेंड कर रही थी । प्रतिदिन उनके पास अश्लील मैसेज , कॉल्स , तस्वीरें , वीडियो इत्यादि उनके फेसबुक और इंस्टाग्राम के अकाउंट पर आ रहे थे । यह सब करके उनको मानसिक स्तर पर पीड़ित किया जा रहा था । परंतु जब लॉक डॉउन का ऐलान हुए और सभी को घरों में रहने को कहा गया तो यह सब अश्लील मैसेज आना और बढ़ गया ।
अनुष्का पांडेय , जो डेवलपमेंट सेक्टर में कार्य करती है उन्होंने अपनी पोस्ट कर द्वारा बताया कि ” मै जानती हूं लॉक डॉउन मुझे पीड़ित करने वाले के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण समय है । वह मुझे मानिस्क रूप से बिल्कुल निर्बल बनाना चाहता है । मै दिमागी रूप से सच में बेहद परेशान हूं । ”
जब लॉक डाउन के पहले हफ्ते में यह सब बहुत ज्यादा बढ़ गया तब पांडेय ने बॉडी एंड डाटा ( एक डिजिटल एडवोकेसी को निरंतर रूप से ऑनलाइन प्लैटफॉर्म्स को सुरक्षित बनाने का कार्य करती है ) में अपनी याचिका जाहिर की और उनसे मदद कि गुहार की । बॉडी एंड डाटा की सलाह से पांडेय ने उस शोषणकर्ता को आउटेड किया साथ ही अपने सभी इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को फिल्टर किया । पांडेय ने बताया कि यह सब करने से ऐसा शोषण तो बन्द हो गया , परंतु इन सबसे वे जो मानसिक स्तर पर पीड़ित हुई है इन सबसे बाहर आना उनके लिए काफी मुश्किल हो रहा है ।
आंकड़ों के अनुसार इस तरह के साइबर क्राइम लॉक डॉउन में काफी मात्रा में बढ़ गए है । ऐसे में हमें निरंतर सभी साइबर अपराधों के बारे में सूचित रहना चाहिए । साथ ही सभी को जागरूक करना चाहिए । यदि कोई ऐसे संदिग्ध बातें सामने आए तो तुरंत साइबर सेल की सहायता ले ।
न्यूज सोर्स
well defined
Well written