फोन पर परिचित बन सायवर ठगी के संबंध में एडवायजरी –
साइबर क्राईम जिला भोपाल में कुछ ऐसे आवेदन प्राप्त हुए हैं जिसमें साईबर ठगो के द्वारा फोन पर परिचित बनकर आपके बैंक खाते में पैसे भेजने के बहाने आपकी Phonepe एपलीकेशन पर request भेजने accept करा लिया जाता है जिससे आपके बैंक खाते से धनराशि UPI के माध्यम से सायवर ठगों के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाती है।
ऐसे दिया जाता है ठगी को अंजाम-
इस प्रकार की घटना को अंजाम देने के लिये साईबर ठगो के द्वारा आपको फोन लगाकर पटेल साहब / ठाकुर साहब आदि से संबोधित कर आपसे आपका हालचाल पूछा जाता है और जब आपके द्वारा उसका परिचय पूछा जाता है तो वह कहता है कि आप तो भूल ही गये, नये नम्बर से कॉल लगायेंगे तो क्या आप पहचानेंगे ही? और आपसे कहा जाता है कि मेरी आबाज पहचानो मैं कौन हूँ। जिज्ञासावश आपके द्वारा किसी परिचित का नाम बता दिया जाता है तो वह उसे स्वीकार करके आपका परिचित बन साधारण बातचीत करता है और आपको झांसे में ले लेता है।
यदि आप इतने में भी झांसे में नहीं आये तो ठग कोई कॉमन नाम जैसे राहुल, मनोज, राजेश आदि बताकर आपसे फोन पर साधारण बातचीत करने लगता है। इस प्रकार के नाम आपके किसी न किसी परिचित के होते ही हैं। इस प्रकार ठग आपका कोई परिचित/रिश्तेदार बन आपको झांसे में ले लेते है।
परिचित/रिश्तेदार बनने के पश्चात ठग द्वारा कोई भी बहाना बनाकर आपसे कहा जाता है कि मैं आपके खाते में पैसे भेज रहा हूँ मैं बाद में आपसे ले लूंगा और फिर ठगों द्वारा आपके बैंक खाते में पैसे भेजने के बहाने आपकी Phonepe एप्लीकेशन पर पैसे की request भेजकर accept करा लिया जाता है जिससे आपके बैंक खाते में पैसा आने की बजाये आपके खाते से पैसा UPI के माध्यम से सायवर ठगों के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाता है।
अतः इस प्रकार के अपराध से बचने के लिए निम्न बातो को ध्यान में रखना आवश्यक है-
1. फोन पर अंजान व्यक्ति के कहने पर न कोई धनराशि अपने बैंक खाते में प्राप्त करें और न ही किसी अंजान व्यक्ति के खाते में ट्रांसफर करें।
2. फोन पर अंजान व्यक्ति से बात करते समय अपने मोबाईल वॉलेट जैस PAYTM, Phonepe आदि का उपयोग करते समय अंजान व्यक्ति के दिशानिर्देशों का पालन न करें। साधारणतया अंजान व्यक्ति द्वारा आपसे धनराशि की Request एक्सेप्ट कराकर UPI PIN प्रविष्ट करा लिया जाता है जिससे आपके खाते से धनराशि अन्य खातों में ट्रांसफर हो जाती है।
3. किसी अंजान व्यक्ति को बैंक/वॉलेट से संबंधित कोई गुप्त जानकारी UPI id , UPI PIN, ATM CARD NUMBER, CVV साझा न करें।
4. किसी अंजान व्यक्ति के कहने पर कोई स्क्रीनशेयरिंग एप्लीकेशन जैसे quick support, Any desk, team viewer आदि डाउनलोड न करें।
-यदि आपके पास इस प्रकार का कोई कॉल आता है तो तुरंत इसकी सूचना नजदीकी पुलिस स्टेशन या सायवर क्राईम भोपाल को दें।
– आपकी सतर्कता सूझ-बूझ व सहयोग से इस प्रकार के अपराधियों/ठगो के मंसुबो पर अंकुश लगाया जा सकता है।
भोपाल पुलिस द्वारा जनहित में जारी
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The article well describes the ways and means of Commission of such cyber frauds and cyber thefts along with enlisting the safeguards to protect oneself from such a situation.