विश्व आत्महत्या निषेध सप्ताह अंतर्गत स्लोगन -पोस्टर प्रतियोगिता एवम व्याख्यान ।
“एक युध्द,अवसाद के विरुध्द” आनंद संस्थान अध्यात्म विभाग के निर्देशन पर इंदौर जिले में कलेक्टर महोदय श्री लोकेश कुमार जाटव एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी नेहा मीणा के निर्देशन में आज शासकीय गर्ल्स डिग्री कॉलेज मोती तबेला इंदौर में राज्य आनंद संस्थान द्वारा पोस्टर एवम स्लोगन प्रतियोगिता एवम व्याख्यान आयोजित किये गए महाविद्यालय की लगभग 200 छात्राओं ने सहभागिता कर
【अवसाद से आनंद की ओर बढ़कर आत्महत्या जैसे मनोविकार को कैसे समाप्त किया जा सकता है】
विषय पर अपनी सकारात्मक अभिव्यक्ति कागज पर उकेरी।इसके पश्चात अवसाद से आनंद की ओर कैसे बढ़ें विषय पर जिला आनंदम सहयोगी एवम कार्यक्रम समन्वयक विजय मेवाड़ा ने राज्य आनंद संस्थान द्वारा संचालित कार्यक्रमो की जानकारी देते हुए बताया कि हम दूसरों से* *अपेक्षाएं ,,ईर्ष्या,न करते हुए अपनी आवश्यकताओं को कम करें ,प्रकृति को निहारें पंछियों की चहचहाहट सुने अपने कार्यों पर आत्म चिंतन करें तो हमारे अंदर सकारात्मकता का प्रसार होगा।हम स्वयं को नकारात्मकता से दूर रखें आज तक जितने भी वैज्ञानिकों ने अविष्कार किये हैं कोई भी एक बार मे सफल नही हुए हैं यदि जीवन मे असफलता मिलती है तो पुनः प्रयास करें। जिला समन्वयक अरविंद शर्मा द्वारा सभी बच्चों को अपने जीवन की घटित घटना का उदाहरण देते हुए कहा उद्देश्यहीन, उत्साहहीन, ईश्वरविहीन जीवन नकरात्मकता की ओर ले जाता है अतः ईश्वर में आस्था रखते हुए उद्देश्य ,उत्साह,पर ध्यान केंद्रित करें,और अवसाद मुक्त रहे।योग प्रशिक्षक रचना चापेकर ने छात्राओं को हास्य योग की* *गतिविधियों के माध्यम से खूब ठहाके लगवाए। ओर उनकी तरह आनंदक बनकर दूसरों को भी खुशियां बांटे।समाजसेवी निर्लेश तिवारी द्वारा ने मध्यप्रदेश की महिलाएं जिन्होंने* *अद्वितीय कार्य कर दुनिया मे अपना नाम किया है जानकारी देकर छात्राओं को मोटिवेट किया।अवसाद मुक्त रहने हेतु प्रेरित किया। पोस्टर एवम स्लोगन प्रतियोगिता की विजेता छात्राओं को प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित किया गया।महाविद्यालय से प्राचार्य श्रीमती सुमित्रा वास्केल,डॉ तृप्ति जोशी,मंजू पाटनी का विशेष सहयोग रहा।*