आइए ओर करीब से जाने साइबर ट्रेंड्स को
हाल ही में 27 अप्रैल से 30 अप्रैल तक “कि साइबर ” व “साइबर्वरफ्ट” द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक चर्चा का आयोजन किया गया । यह आयोजन ज़ूम ऐप द्वारा किया गया । चर्चा का विषय ” ट्रेंड्स इं साइबर इन्वेस्टिगेशन एंड फॉर्नसिक्स ” रहा । साथ ही ” वन वीक शॉर्ट टर्म ट्रेनिंग ” का भी आयोजन किया गया ।
इस चर्चा में मुख्यत चार संचालक रहे । श्री रोहित जैन ( मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के अधिवक्ता ) , श्री संतोष खड़सारे ( डिजिटल फायरंसिक्स प्रोफेशनल ) , श्री शुभम सिंह ( साइबर क्राइम इन्वेस्टिगेटर एंड एडवाइजर ) , और श्री विवेक शाह ( आई आर एंड फॉरेंसिक इं जर्मनी , एक्स – आई बी एम ) । साथ ही हर्षिता जाधव ने प्रैक्टिकल सेशन का भार संभाला ।
श्री रोहित जैन ने इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट 2000 को हाल ही के कुछ उदाहरणों से संबंध बताते हुए समझाया । साथ ही उन्होंने श्रोताओ की साइबर लॉ से जुड़ी सभी उलझनों को बखूबी समझाया । फिर हर्षिता जाधव ने ‘ज्यूडिशियल फ्रेमफॉर्क ऑफ इंडिया ‘ और कुछ वर्तमान विषियो से सम्बन्धित करते हुए बताया ।
श्री संतोष खडसारे ने डिजिटल इन्वेस्टिगेशन के बारे में बताया । साथ ही यह भी समझाया कि किस तरह की सावधानियां साइबर इन्वेस्टिगेशन करते समय बरतनी चाहिए। हर्षिता ने इंटरनेट इस्तेमाल करते वक़्त हम अपने डिजिटल फुटप्रिंट्स कैसे छोड़ देते है यह सब बताया। श्री संतोष ने सभी श्रोताओं के डिजिटल फॉर्नसिक से सम्बन्धित प्रश्नों का उत्तर दिया ।
श्री शुभम सिंह ने साइबर अपराधियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले तरीको के बारे में बताया । साथ ही हर एक श्रोता के सवाल का जवाब देते हुए साइबर इन्वेस्टिगेशन से सम्बन्धित संशय मिटाए । हर्षिता जाधव ने कुछ वर्तमान किस्से बताते हुए साइबर अपराधी के बारे में बताया ।
श्री विवेक शाह ने भारत और जर्मनी के साइबर कानूनों में अंतर समझाया । साथ ही सभी के साइबर फर्नसिक्स से जुड़े हुए प्रश्नों का उत्तर दिया । हर्षिता जाधव ने डिजिटल एविडेंस से डाटा कैसे निकलते है इत्यादि विषयो के बारे में बताया ।
सेशन का समापन सभी की उलझनों को एक्सपर्ट द्वारा सुलझाते हुए किया । इस सेशन को ‘ ट्रेसक्रो 2020 ‘ नाम दिया गया । इसमें 320 लोगो ने भाग लिया । साथ ही सभी को सर्टिफिकेट्स देकर प्रोत्साहित किया ।