डिजिटल मार्केटिंग उभरता हुआ कैरियर छात्रों के लिए ।
डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट, ईमेल , एप्लिकेशन , सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन और सोशल मीडिया के जरिये की जाने वाली मार्केटिंग है. डिजिटल मार्केटिंग के जरिये कंपनी प्रोडेक्ट व सर्विस की मार्केटिंग करके बहुत कम समय में अपने टार्गेट कस्टमर तक पहुंच सकती हैं. जिसे ऑनलाइन मार्केटिंग भी कहते हैं.
डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट श्रुति बूबना ने बताया कि इंटरनेट व सोशल मीडिया के जरिए डिजिटल मार्केटिंग की जाती है। इसे ऑन लाइन मार्केटिंग भी कहा जा सकता है। डिजिटल मार्केटिंग में सोशल मीडिया, मोबाइल, ई-मेल, सर्च इंजन ऑपटेमाइजेशन को टूल के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इंटरनेट की बढ़ती लोकप्रियता ने कंपनियों के लिए साइबर दुनिया में अपने व्यवसायिक प्रभाव का विस्तार करने का प्लेटफॉर्म तैयार किया है। वैल्यू एडिड प्रोग्राम्स में डिजिटल मार्केटिंग एक उभरता हुआ आकर्षण है, विद्यार्थी इसे ऑन लाइन व ऑफ लाइन सीखकर डिजिटल मार्केटिंग में निपुण हो सकते हैं। विद्यार्थियों के लिए यह नया उभरता हुआ कैरियर है ।
आज के दौर में हर बड़ी से बड़ी कंपनी में डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट की बड़ी अहमियत होती है. डिजिटल मार्केटिंग टीम के मेंबर बहुत अहम होते हैं. डिजिटल मार्केटिंग मटेरियल को तैयार करने और उसकी ऑनलाइन रेपुटेशन बरकरार रखने जिम्मेदारी डिजिटल मार्केटिंग टीम की ही होती है ।
श्रुति बूबना डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट है जो कि डिजीटल मार्केटिंग में कॉलेज सेमिनार देती है । इनका काम डिजीटल मार्केटिंग के बारे में लोगो को समझाना है । वो छात्रा की तरह डिजिटल मार्केटिंग की बदलती चीजो को सीखती है उनका कहना है कि डिजिटल मार्केटिंग लोगो को लगता है कि आसान है लोगो का मानना है कि डिजीटल मार्केटिंग करने से उनका काम होजाएगा। डिजिटल मार्केटिंग के लिए आपको मार्केटिंग का ज्ञान होना जरूरी है । लोगो को लगता है डिजिटल मार्केटिंग कोई भी करसकते है फेसबुक पे एड देना पोस्ट करना लोगो को बहुत आसान लगता है । डिजिटल एवं सोशल मीडिया मार्केटिंग को समझने के लिए हमने श्रुति से कुछ सवाल पूछे ।
डिजिटल मार्केटिंग में क्या क्या आता है ?
डिजीटल मार्केटिंग ईतने प्रकार से होती है – सोशल मीडिया मार्केटिंग, ऑर्गेनिक मार्केटिंग, मोबाइल मार्केटिंग, ईमेल मार्केटिंग ,सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन ,सर्च इंजन मार्केटिंग एवं गूगल बिजनेस अकाउंट आते है ।
छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग केसे सीखना चाइए ?
पहले उनको देखना चाईए की उनको मार्केटिंग में इंटरेस्ट है के नहीं उनको यह भी देखना है कि कोंसी फील्ड में उन्हें ज्यादा रूचि है जैसे हेल्थ , होटल , ईकॉमर्स एवं पॉलिटिक्स आदि । अपनी रूचि के अनुसार फील्ड के बारे में पड़ना एवं लिखना चालू कीजिए । गूगल से कोर्स कीजिए जो कि फ्री है गूगल एडस एकेडमी, गुगल एनालिटिक्स एकेडमी एंड हब्सपोट के फ्री डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कीजिए ।यह कोर्स करने के बाद आप सर्टिफिकेट भी मिलता है जो आपको जॉब एवं प्रोफाइल में काम आता है ।डिजिटल मार्केटिंग करने के बाद स्टूडेंट्स के लिए काफी अच्छे स्कोप हैं. वे इन जगहों पर काम कर सकते हैं डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी ,ई-कॉमर्स कंपनी एवं रिटेल कंपनीज में ।
क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए ?
शौकिया तौर पर इन टूल्स का इस्तेमाल किसी भी उम्र में सीखा जा सकता है. लेकिन इस फील्ड में नौकरी पाने के लिए ग्रेजुएट होना जरूरी होता है. जो स्टूडेंट्स मार्केटिंग, कम्यूनिकेशन या फिर ग्राफिक डिजाइन में ग्रेजुएट हैं, वे डिजिटल मार्केटिंग में करियर बना सकते हैं.डिजिटल वर्ल्ड में आज के वक्त में जॉब की बहुत डिमांड है और आने वाले वक्त में ये डिमांड तेजी से बढ़ने की उम्मीद है. इसलिए ऐसे कोर्स कर के आप आसानी से जॉब हासिल कर सकते हैं .
सभी छात्रों को बहुत सारे प्रश्न होते है डिजिटल मार्केटिंग के बारे में ?
छात्रों को डिजिटल मार्केटिंग का प्रेक्टिकल ज्ञान लेना चाहिए।जैसे आपके घर में किसी का बिजनेस है तो पहले वहीं से शुरुवात कीजिए जैसे आप सबसे पहले उनका गूगल बिजनेस अकाउंट बनाए फेसबूक , ट्विटर एवं इंस्टाग्राम पर प्रोफाइल बनाए वहां आप बिजनेस से रिलेटेड पोस्ट कीजिए जिससे उनके बिजनेस को कितना फायदा होरहा है यह देखिए । डिजिटल मार्केटिंग एक्सपर्ट से सलाह लेके काम कीजिए ।
साइबर सुरक्षा एवं सोशल मीडिया सलाहकार शकील अंजुम ने बताया कि छात्रा अपना कैरियर सोशल मीडिया अकाउंट मैनेज करके भी बना सकते है बहुत लोग अपने बिजनेस का फेसबुक पेज , ट्विटर अकाउंट एवं इंस्टाग्राम अकाउंट सोशल मीडिया मार्केटिंग एक्सपर्ट से मैनेज करवाते है ।
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