राज्य सायबर पुलिस इंदौर की त्वरित कार्यवाही से सायबर ठगी के शिकार हुए व्यवसायी को वापस मिले 1,80,000 रुपये,
• बैंक के क्रेडिट कार्ड की लिमिट बड़ाने के नाम पर मिला था मेसेज
• मैसेज पर दी गई लिंक से को क्लिक करने पर एनीडेस्क एप्स मोबाईल में कराया गया डाउनलोड
• एनीडेस्क एप्स के माध्यम से मोबाईल से चुराई गयी निजी जानकारी,
• प्राप्त ओटीपी फ्राडस्टर द्वारा मोबाईल से चुराते ही बैंक खाते से कुल 2,89,774/- रुपये के हुए ट्रांजेक्शन,
• फ्राडस्टर ने फ्राड की राशि को कई वालेट मे किया था स्थानांतरित,
श्रीमान् अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री योगेश देशमुख राज्य सायबर पुलिस मुख्यालय व्दारा सायबर फायनेंसियल फ्राड के रोकथाम पर प्रभावी कार्यवाही कर तत्काल निराकरण के हाल ही मे निर्देश दिये गये। निर्देशो के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इंदौर, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह के व्दारा बताया गया कि दिनांक 25/03/2022 को कंटीग टुल्स का व्यवसाय करने वाले आशीष साबले निवासी न्यु दुर्गानगर इंदौर व्दारा शिकायत की गई कि उनके मोबाईल नंबर पर क्रेडिट कार्ड की लिमिट बड़ाने हेतु मैसेज प्राप्त हुए, मैसेज को सही समझकर आशीष साबले व्दारा मैसेज की लिंक पर क्लिक किया गया, जिससे फरियादी के मोबाईल में एनीडेस्क मोबाईल एप्लीकेशन गुगल प्ले स्टोर से डाउनलोड हुई एप्स की आईडी फ्राडस्टर के साथ साझा करते ही मोबाईल पर आये ओटीपी फ्राडस्टर को प्राप्त हो गये ,फ्राडस्टर व्दारा खाते का एक्सेस प्राप्त कर लिया। इसके कुछ देर बाद ही इन्हे आईसीआईसीआई बैंक से पृथक पृथक 289774/- रुपये खाते से डेबिट हो जाने संबंधी मैसेज आए।
उक्त अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी मिलते ही आशीष साबले ने राज्य सायबर जोन कार्यालय इंदौर में उपस्थित होकर अपने साथ हुए फायनेंसियल फ्राड की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत को गंभीरता से देखते त्वरित कार्यवाही कर प्राप्त बैंक स्टेटमेंट, मोबाईल पर प्राप्त मैसेज का अध्ययन कर अवैध ट्रांजेक्शन की जानकारी संकलित की गई। एकत्र
की गयी जानकारी के आधार पर फ्राडस्टर द्वारा फ्राड की राशि कई अलग अलग वालेट में स्थानांतरित कर लिया जाना पाया गया। वालेटो की प्राप्त जानकारी में फ्राड की राशी अंत में हेप पे वालेट एंव रिलायंस डीजीटल में जाना पाया गया । हेप पे वालेट एंव रिलायंस डीजीटल से त्वरित पत्राचार व दुरभाष से संपर्क कर अवैध ट्रांजेक्शन को रोकने संबंधी प्रक्रिया पूर्ण की गई, जिसके फलस्वरुप आशीष साबले को 1,80,000 रु वापस कराने में सफलता प्राप्त हुई। इस संबंध में आशीष साबले व्दारा सायबर पुलिस टीम का आभार व्यक्त किया है।
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक अंजू पटेल, उप निरी आशीष जैन, तथा आर. रमेश भिड़े की सराहनीय भूमिका रही। शेष राशी एंव फ्राड के संबंध में कार्यवाही जारी है ।
Advisory –
फायनेंसियल फ्राड की जानकारी मिलते ही त्वरित रुप से शिकायत करें,
कभी किसी संदिग्ध KYC अपडेट, आधार, पैनकार्ड लिंक करने वाले मैसेज पर विश्वास ना करें,
बैंक के संबंध में कोई भी मैसेज प्राप्त होने पर बैंक जाकर ही जानकारी प्राप्त करें,
रिमोट एप जैसे टीम व्युवर, एनीडेस्क, क्विक सपोर्ट आदि किसी के कहने पर इंस्टाल ना करें,
फोन काल पर अज्ञात व्यक्ति व्दारा दिये गए निर्देशों का पालन कतई नही करें,
क्यूआर कोड स्केन करने पर बैंक खाते से रुपये निकलते है,
अपनी कोई भी फायनेंसियल जानकारी अथवा व्यक्तिगत जानकारी सोशल मिडिया पर शेयर नही करें।
किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक ना करें ।