फोर्स मोटर्स पिथमपुर से रिटायर्ड हुए व्यक्ति के खाते से 22 लाख रूपये उड़ाने वाले एवं गरीब व्यक्तियों को 500/1000 रूपये का लालच देकर उनके बैंक खाते खुलवाकर उक्त खातों को , फॉड करने वाले गिरोह को देने वाला शातिर आरोपी एवं खाता धारक राज्य सायबर सेल , इन्दौर की गिरफ्त में ।
फोर्स मोटर्स पिथमपुर से रिटायर्ड हुए व्यक्ति के खाते से 22 लाख रूपये उड़ाने वाले आरोपी द्वारा दिये गये बैंक खाते में ।
• अपनी जान पहचान के गरीब , अनपढ एवं मजदूर व्यक्तियों को बैंक खाता खुलवाने पर 500 / – या 1000 / – रूपये देने का लालच देता है , आरोपी ।
• बैंक खाते में रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर की सीम भी खाता धारक के द्वारा खरीदवाकर स्वयं रख लेता था , आरोपी । • कोरियर के माध्यम से बैंक खाते का पासबुक , एटीएम एवं रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर की सीम भेजता था आरोपी ।
• कक्षा 10 वी पास है , शातिर आरोपी ।
• एक बैंक खाता नम्बर देने के एवज में 5000 / – रूपये लेता था , आरोपी ।
• अन्य कई लोगों के भी बैंक खाते धोखाघडी पूर्वक खुवाये थे , आरोपी ने । 500 / – रूपये की रजिस्टर्ड नम्बर की
• 20 लाख रूपये आये लालच में आकर बैंक खाता खुलवाकर एवं बैंक खाते में सीम दिया था , दूसरे आरोपी ने थे , दूसरे आरोपी के बैंक खाते में ।
• आरोपी के कब्जे से मोबाइल सीम एवं अन्य खाता धारकों के बैंक खातों के दस्तावेजों की फोटोकॉपी की गई जप्त , आरोपी से ।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री योगेश देशमुख द्वारा आर्थिक अपराधों में तकनीक के दुरूपयोग के तत्काल निकाल करने के संबंध में हाल ही दिये गये निर्देशों के पालन में की गई कार्यवाही में राज्य सायबर सेल इन्दौर पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र सिंह के द्वारा बताया गया कि दिनांक 18/03/2022 को आवेदक ने राज्य सायबर पु लस झोनल कार्यलय इन्दौर में लखत शकायत आवेदन प्रस्तुत कया जिसका शकायत क्रमांक 27/2022 है । जिसमें आवेदक के एचडीएफसी बैंक के खाते से लगभग 22 लाख रूपये किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा धोखाघडी पूर्वक ऑनलाइन ट्रांसफर करने के संबंध में शिकायत क्रमांक 27 / 2022 दर्ज की गयी । शिकायत जॉच पर से अपराध कमांक 45 / 2021 धारा 420 भादवि एवं 66 डी आइटी एक्ट का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया । जिसकी विवेचना हेतु एक टीम जिसमें निरीक्षक अंजू पटेल उ 0 नि 0 आशीष जैन एवं आर 081 रमेश भिडे की गठित की गई । दौराने विवेचना प्राप्त जानकारी में संदिग्ध बैंक खाता नम्बर एवं मोबाइल नम्बर के नाम पते की तस्दीक हेतु एक टीम निरीक्षक अंजू पटेल उ ० नि ० आशीष जैन , आर 081 रमेश भिडे एवं आर ० चा 0 92 राहुल भौसले की गठित कर जबलपुर रवाना किया गया । संदिग्ध यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का खाता धारक आरोपी विरेन्द्र ठाकुर से पूछताछ करने पर बताया गया कि आरोपी ने 500 / -रूपये की लालच में बैंक खाता खुलवाकर आरोपी ऋषभ जैन निवासी पाटन जबलपुर को दिया था । आरोपी ऋषभ जैन से पूछातछ करने पर आरोपी ने बताया कि रेल्वे में एसी कोच में अटेण्डर की नौकरी करता था । आरोपी की प्रिन्स नाम के व्यक्ति से व्हाट्सएप कॉल / मैसेज के माध्यम बातचीत शुरू हुई जो बाद में कॉल कर बैंक खाते खुलवाकर देने पर एक बैंक खाते के 5000 / -रूपये देने का ऑफर दिया गया । आरोपी ऋषभ जैन कई लोगों के बैंक खाते खुलवाकर धोखाधड़ी के रूपये डलवाने के लिये प्रिन्स नाम के व्यक्ति को कोरियर के माध्यम से बैंक खाते की पासबुक , एटीएम कार्ड एवं रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर भेजता था , प्रिन्स से आरोपी का व्हाट्सएप के माध्यम से ही सम्पर्क होना बताया गया ।
उक्त प्रकरण की विवेचना में निरीक्षक अजू पटेल उ ० नि ० आशीष जैन , प्र ० आर ० विवेक मिश्रा , आर रमेश मिडे , आर ० गजेन्द्रसिंह राठौर , आर ० चा ० राहुल भौसले की सराहनीय भूमिका रही ।