बीमारी का कोई मजहब नहीं
By kritika Rao:-
बीमारी चाहे कैंसर , डायबिटीज , पीलिया , टायफायड , या चाहे कोरोना ही क्यों न हो इनका कोई धर्म नहीं होता । हाल ही में कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए तबलीगी जमात के कारण कही न कहीं देश में हिन्दू मुस्लिमो के दो गुट सामने आने लगे है । केवल यही नहीं हमारे मजदूर वर्ग के लोग जो अपने घरों की ओर पलायन कर रहे है , उनको जरिया बनाकर भी बहुत से लोग पोस्ट बनने लग रहे है । कुछ लोग अफवाह फैलाने का काम भी बखूबी निभा रहे है । कोरोना जैसी महामारी का फायदा उठाते हुए साइबर क्राइम के भी बहुत मामले सामने आए है । परंतु ऐसे में देश को किसी हिन्दू , मुसलमान , सिख , ईसाई, जैन , अमीर , गरीब या हरियाणा , केरला या दिल्ली वालो की आवश्यकता नहीं है। इस समय देश को आवश्यकता है केवल एक सतर्क और समझदार नागरिक की । जो अपने आस पास होने वाली प्रत्येक गतिविधि पर ध्यान रखते हुए , कुछ भी असामान्य लगने पर तुरन्त नजदीकी पुलिस को सूचित करे ।
तबलीगी जमतो में कोरोना के संदिग्ध मामले सामने आए । ऐसे में आम जनता में और विभिन्न संगठनों के व्हाट्स ऐप के ग्रुपो में केवल यह बातें चर्चित है कि मुसलमान भारत में कोरोना वायरस फैलाना चाहते है । परंतु ऐसे लोग ये नहीं सोच रहे कि क्या उनको अपनी जान प्यारी नहीं । यह बीमारी ऐसी थोड़ी है कि जो केवल हिन्दू , सिख , ईसाई या जैन की ही मौत का कारण बने । हर मुसलमान तबलीगी जमात से जुड़ा हो यह कहना और मानना बिल्कुल गलत है ।
उत्तर प्रदेश और बिहार के मजदूरों ने जो पलायन किया है उसको जरिया बनाते हुए कुछ लोग कह रहे हैं कि अमीरों की बीमारी गरीबी को भारी पड़ रही है । पर ऐसा कुछ नहीं है । इस समय हर वर्ग के लोग समान रूप से परेशान है । ऐसा नहीं है कि अमीर पैसे देकर अपना इलाज करके खुश हो रहे है और गरीब केवल दुखी । जिस तरह गरीबों को खाना – पानी मिलने में परेशानी हो रही है ठीक उसी प्रकार अमीर लोग भी परेशान है क्यूंकि उनके भी कारोबार बंद हो गए है। वे भी अपने घर में रहकर इस महामारी से लड़ रहे हैं ।
इन सब चीजों का फायदा उठाते हुए कुछ लोग बहुत सी अफवाहें भी फैला रहे है । जैसे कि उनके आस पास के इलाके में कोई कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति पाया गया हो । किसी भी सोसाइटी में कोरोना वायरस की जांच होने का यह मतलब बिल्कुल नहीं है कि वहां कोरोना संक्रमित लोग है । सरकार लोगो की सुरक्षा के लिए जांच कर रही है । इन सभी अफवाहों को सुनने से जो लोग अपने प्रियजनों से दूर रह रहे है उनको उनकी चिंता हो जाती है । तो ऐसे में हमें इन अफवाहों को हवा नहीं देनी चाहिए ।
इस महामारी के चलते साइबर क्राइम भी बढ़ रहा है ।
ऑनलाइन ठगी करने वाले लोग आम जनता को मैसेज या कॉल से लालच देकर पैसे लूटने का काम कर रहे है । कोरोना वायरस के चलते आपका कारोबार रुक गया है और आर्थिक सहायता करने हेतु बैंक द्वारा लकी ड्रा में आप जीत गए है या फिर फ़्री रिचार्ज करने आदि जैसे मैसेज कॉल करके लोगो को लुटा जा रहा है।
इस महामारी का कोई धर्म नहीं है । यह हर व्यक्ति को नुकसान पहुंचा सकती है । इसलिए हमे किसी अफवाह पर ध्यान न देते हुए एक जिम्मेदार नागरिक बनके इस महामारी को हराना होगा ।
कोरोना के संकट पर देश के आमजन की ज़मीनी हक़ीक़त से रूबरू करता बेहतरीन विश्लेषण ,शानदार
Bhut bdiya…