लॉकडाउन में राज्य साइबर सेल द्वारा जारी एडवाइजरी साइबर क्राइम रोकने हेतु ।
पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस जैसी बड़ी महामारी से जूझ रही है । जिसके कारण 22 मार्च से देश में लोक डॉउन भी चल रहा है । इसके चलते सबके कारोबार बन्द हो गए है । परंतु साइबर क्रिमिनल इस समय ज्यादा तेजी से अपना काम करते हुए कॉरोना वायरस के साथ – साथ साइबर क्राइम भी बढ़ा रहे है । इस समय वे तरह – तरह की तरकीब बनाकर पैसे लूट रहे है , अकाउंट हैक कर रहे है इत्यादि ।
आए दिन कभी सोशल मीडिया पर कोई गेम खेलने की वजह से लोगो का डाटा शेयर हो रहा है , महामारी मे आर्थिक मदद करने की बोलकर बैंक अकाउंट डिटेल्स लेते है , या फिर घर बैठे को बच्चो को शिकार बनाकर चाइल्ड पोरनोग्राफी जैसे जुर्म को अंजाम देते है । इसलिए ऐसे में हम सभी की सतर्कता बरतने की जरूरत है । जिसके चलते राज्य साइबर सेल , इंदौर ने विभिन्न एडवाइजरी जारी की है । उन एडवाइजरी में निम्न बिंदुओं पर ध्यान रखने के लिए कहा गया है ।
✓ लॉकडॉउन के दौरान फ्री इन्टरनेट प्रोवाइड करने वाले मैसेज कॉल पर ध्यान न दें तथा फ़्री इंटरनेट प्रोवाइड होने वाली किसी भी लिंक पर क्लिक न करे अन्यथा साइबर ठगो के द्वारा आपके खाते से भारी राशि चुराई जा सकती है ।
✓ किसी भी प्रकार के ऑनलाइन जॉब ऑफर को स्वीकार न करे तथा जॉब लिए अपने खाते से संबंधित व अपनी व्यक्तिगत जानकारी देने से बचे।
✓ माननीय प्रधानमंत्री जी , मुख्यमंत्री व अन्य किसी भी राजनीतिक व्यक्ति का नाम लेकर फ़्री रिचार्ज के मैसेज व कॉल पर प्रतिक्रिया न देवे क्योंकि ऐसे कोई भी फ़्री रिचार्ज शासन के द्वारा नहीं करवाये जा रहे है। फ़्री रिचार्ज पाने की लालच में आप अपने खाते से भारी राशि गवा सकते है अतः फ़्री रिचार्ज पाने के लिए अपने खाते से संबंधित व अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करे तथा उक्त मैसेजो को फॉरवर्ड न करे ।
✓ ठगो व अपराधियों के द्वारा शासन का नाम लेकर बहुत सारे खातो को सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से प्रसारित किए जा रहा है जिसमें आम नागरिकों से लोकडाउन में फंसे जरूरतमंदो की सहायता के नाम पर राशि जमा करवाई जा रही है । ऐसे खातो में पैसे कतई न डलवाए तथा सही खाते की जानकारी प्राप्त करके सही खाते में पैसे जमा करवा कर जरूरतमंदो की मदद करे ।
✓ किसी भी प्रकार के भड़काऊ व अफवाह वाले मैसेज को फॉरवर्ड करने से बचे ।
✓ किसी भी मैसेज की सत्यता को जाने बिना किसी को भी फॉरवर्ड न करे ।
✓ बैंक की आधिकारिक website पर login करके ही बैंक द्वारा प्रदाय ऋण अधिस्थगन (Moratorium) सेवा का विकल्प चुने।
✓ आपने मोबाइल पर रिसीव होने वाले मेसेज को ध्यान पूर्वक पढ़ें तथा किसी अन्य के द्वारा मांगे जाने पर मेसेज में code number/ OTP/ verification code को न बतायें ।
✓ किसी भी प्रकार की unknown LINKs पर क्लिक ना करें क्यूँकि इस तरह की लिंक फिशिंग होती है जो कुछ समय के लिए एक्टिव होती है और आपकी निजी जानकारी चुरा लेती हैं।
✓ ऐसे किसी लिंक के माध्यम से यदि आपको लॉग इन करने के लिए कहा जाए तो न करें।
✓ यदि कोई भी अनजान व्यक्ति आपको ऑनलाइन अथवा फोन पर बैंक खाते, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि से संबंधित जानकारी भरने के लिए कहे अथवा माँगे तो न ही कोई Form भरें ना ही जानकारी शेयर करें।
✓ यदि कोई भी अनजान व्यक्ति आपके बैंक में रजिस्टर मोबाइल नंबर पर कोई LINK भेज कर उस पर click करने को अथवा किसी दुसरे नंबर पर Forward करने को कहता है तो ऐसा न करें।
✓ जब भी आपके बैंक में रजिस्टर नंबर से कोई UPI account क्रिएट होता है या किसी Application पर आपके बैंक खाते पर लिंक किया जाता है तो Bank अथवा UPI App द्वारा आपके नंबर पर एक मैसेज आता है जिस पर आपको चेतावनी दी जाती है कि आपके नंबर से UPI क्रिएशन हुआ है अथवा आपके बैंक खाते को किसी UPI app से link किया गया है , यदि आपके द्वारा ऐसा नहीं किया गया है तो तुरंत बैंक में सम्पर्क कर अपना यू॰पी॰आई॰ ब्लॉक करायें।
✓ किसी भी अनजान के कहने पर कोई अनजान APP जैसे कि Anydesk, Quick Support, Android आदि Remote Access app को डाउनलोड न करे । सर्वप्रथम उस App की उपयोगिता की जानकारी प्राप्त करें।
✓ यदि आपको अपने परिचित की facebook/ instagram/ email ID या अन्य सोशल मीडिया से कोई आपात स्थिति बता कर रुपयों की माँग की जाती है, तो आप सर्वप्रथम अपने परिचित से व्यक्तिगत रूप से सम्पर्क करें।
✓ अपने मोबाइल पर रिसीव होने वाले मैसेज को ध्यान पूर्वक पढ़े तथा किसी अन्य के द्वारा मांगे जाने पर मेसेज में code number/ OTP/ verification code को न बतावे ।
✓ अपने सोशल मीडिया अकाउंट में two step verification आवश्यक रूप से active कर के रखे ।
✓ अपने सोशल मीडिया अकाउंट की प्राइवेसी सेटिंग्स को पूरा करे ।
✓ सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक आदि पर किसी अनजान व्यक्ति की फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट को स्वीकार ना करें।
✓ सोशल मीडिया अकाउंट फेसबुक आदि पर किसी व्यक्ति द्वारा आपको फ्रेंडशिप रिक्वेस्ट भेजी जाती है अथवा आपसे मेसेंजर पर चैट कर कहा जाता है की आपकी गोपनीय फोटो व विडिओ उसके पास है अथवा आपकी रूचि के हिसाब से आपसे बात की जाता है एवं उसे देखने के लिए कहा जाता है, जैसे ही आप उस लिंक (फिशिंग) पर क्लीक कर उस पर अपने सोशल मीडिया अकाउंट (फेसबुक / इन्स्टाग्राम आदि) का लॉग इन आईडी –पासवर्ड डालते है वह लॉग इन पासवर्ड सामने वाले व्यक्ति के पास पहुँच जाता है तथा वह आपके सोशल मीडिया अकाउंट को एक्सेस करने में समर्थ हो जाता है ।
✓ किसी भी प्रकार की Unknown LINKs पर क्लिक ना करे क्योकि इस तरह की लिंक फिशिंग होती है जो कुछ समय के लिए एक्टिव होती है और आपकी निजी जानकारी चुरा लेती हैं।