पढ़कर बुरा लग सकता है, लेकिन जायज सबाल तो उठाने ही होंगे!
नवीन पुरोहित:-
#मध्यप्रदेश में इस समय सबसे बड़ी राजनीतिक जबाबदेही की जरूरत है लेकिन MP गजब है कि विपक्ष के पास #लीडर_ऑफ_ओपोजिशन नहीं है और सत्ता पक्ष के पास सिर्फ #लीडर_ऑफ_पोजिशन ही है। सरकार के पास कोई विभागीय मंत्री नहीं कोई प्रभारी मंत्री नहीं जबकि इसी समय सबसे गहन नियंत्रण की, गंभीर समीक्षा की, सतत निगरानी की जरूरत है।
#प्रधानमंत्री जी ने लॉकडाउन कर दिया, पूरा विश्व प्रशंसा कर रहा है, क्योंकि बहुत बड़ा निर्णय होता है, अच्छे अच्छे देश नहीं कर पाए ! कुछ लोग इसे अर्थव्यवस्था तक सीमित देख पा रहे है, लेकिन ये निर्णय अर्थव्यवस्था से ज्यादा व्यवस्था का है? सबाल है कर तो दिया लेकिन क्या लॉकडाउन हो पाया! आसपास खुद ही खोजिए यकीनन जबाब मिलेगा नहीं!!
#क्या लॉकडाउन से पहले आवश्यक सेवाओं (उत्पादन, वितरण) को चिन्हित नहीं किया जाना चाहिए था? अब जब कामगार पलायन कर गए है तो वर्कफोर्स कहाँ से मिलेगा?? उत्पादन जारी कैसे रह पायेगा???
#क्या आवश्यक सेवाओं के अतिरिक्त अन्य क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को कंप्लीट लॉकडाउन के पहले 2 दिन में कार्यक्षेत्र में रुकने या या अपने गंतव्य तक पहुंचने का समय और सुविधा दोनों मुहैया नहीं कराया जाना चाहिए था??
#अब जब रोड फुटपाथ लगभग हर जगह खाली है तो सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करने के लिए सब्जी फल आदि की दुकानों को सब्जी मंडी के स्थान पर प्रत्येक रहबासी क्षेत्र में 100 या 200 मीटर की दूरी पर लगाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए थी ताकि एक जगह भींड ही इकट्ठी न हो पाती ??
#जैसे पेट्रोल पंप खुले है, मेडीकल खुले है और सब वहां सामान्य चल रहा है, यदि बैसे ही राशन सब्जी आदि के लिए सनसनी नहीं होती स्प्ष्ट प्रचार प्रसार होता और सोशल डिस्टेंसिंग के लिए एवं अन्य सभी जरूरी एहतियात बरतने की शर्तों पर दुकान संचालकों को अपनी दुकान खोलने के दिशानिर्देश जारी होते तो क्या ऐसी अफरातफरी होती???
#पुलिस को लट्ठ भांजने पड़ रहे है, बहुत मशक्कत करनी पड़ रही है बाबजूद इसके क्या लॉकडाउन हो पाया???
#लॉकडाउन के 21 दिन तो ठीक है, स्टोरेज है सो आपूर्ति हो जाएगी लेकिन जब खाद्य सामग्री उत्पादन करने बाली इकाइयों को भी बंद कर दिया तो क्या आगामी आपूर्ति संभव होगी???
#गौर_करें
#हजारों की संख्या में कामगार मजदूर पलायन कर गए है और बिना किसी एहतियात के समूहों में रुके है चल रहे है क्या लॉकडाउन हो पाया???
#मंडी या हाट इनको विभाजित करके फैलाया नहीं गया तो जगह की कमी के कारण सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ रही है, निर्धारित समय सीमा में भींड उमड़ रही है क्या लॉकडाउन हो पाया???
#प्रशासन आज खाद्य निर्माण इकाइयों से उत्पादन की अपील कर रहा है, कामगार चले गए! कच्चे माल का ट्रांसपोर्टेशन का अरेजमेंट नहीं? तो अब कैसे सुनिश्चित कराएंगे उत्पादन ?
#अस्पतालों में सेनेटाइजर और मास्क और अन्य प्राथमिक जरूरत की चीजों की कमी न आने पाए इसके लिए क्या रणनीति है??
चोर बनता न भला बच्चा तो फिर क्या बनता,
जब खिलौना नहीं बाजार में हासिल कोई।
अभी भी सरकार अगर लॉकडाउन सुनिश्चित करना चाहती है तो इन सारे विषयों का सनसनीखेज नहीं समाधानकारक, तर्कसंगत ब्लूप्रिंट देना होगा।
शान्तिपूर्ण माहौल बनाकर, लोगों को यह विश्वास और अहसास दिलाना होगा कि सिर्फ ऑफिस, मॉल, पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन बंद है, जिंदगी नहीं, तो कोई बजह ही नहीं कि अफरातफरी हो। अफरातफरी तभी मचती है जब भरोसा टूटता है।