बिठूर का नाम सुनते ही कानपुर वासियों के मन मे सैर-सपाटे का ख्याल आता है । हफ़्ते भर की थकान मिटाने के लिए बिठूर एक शांत, आरामदायी स्थान है। गंगा किनारे बसा हुआ यह छोटा सा कस्बा शहरी भाग-दौड़ से दूर, प्रदूषण-मुक्त एक रमणीय स्थान है। यह सिर्फ अपनी खूबसूरती के लिए ही नही अपितु अपनी पौराणिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए भी जाना जाता है।
दार्शनिक स्थल-
वाल्मीक आश्रम- पौराणिक कथाओं के अनुसार राम जी द्वारा त्यागे जाने पर माता सीता ने लव-कुश को महर्षि वाल्मीकि के आश्रम में जन्म दिया था जो कि आज भी बिठूर में उपस्थित है। इस स्थान सीता-चौकी(सीता जी की रसोई), वनदेवी का मंदिर इत्यादि दार्शनिय हैं।
ब्रम्हावर्त घाट- गंगा किनारे स्थित इस घाट की ऐसी मान्यता है कि सृष्टि की रचना के पूर्व ब्रम्हा जी ने इस स्थान पर तप किया था और एक खूंटी भी गाड़ी थी । ब्रम्हा जी के तप करने के कारण इस इस बिठूर को पहले को ब्रम्हावर्त(ब्रम्हा जी द्वारा व्रत किये जाने के कारण) कहा जाता था। कहा जाता है यह खूंटी दुनिया का केन्द्र है।
ध्रूव टीला- कहा जाता है कि इसी टीले पर राजकुमार ध्रुव ने कठोर तप करके भगवान विष्णु को प्रसन्न किया था। यह टीला आज तो जर्जर स्थिति में है।
नाना राव समारक पार्क- 1857 के संघर्ष में मेरठ के साथ-साथ बिठूर का भी खासा योगदान है। नाना साहब ने यहाँ से आंदोलन किया था । अंग्रेजी सरकार ने 300 ब्रिटिशों के कत्ल के जुर्म बिठूर के 25,000 लोगों का कत्लेआम किया था। कहा जाता है उस समय भारत ही ऐसा देश था जहाँ आज़ादी पाने के लिए इतनी संख्या में लोगो ने अपनी जान कुर्बान की थी। यह पार्क उन सभी यादों को ताज करता है। यहाँ पर रानी लक्ष्मी बाई, नाना साहेब, तात्या टोपे इत्यादि की भव्य मूर्तियां स्थापित हैं। यहाँ एक छोटा सा संग्रहालय भी है जहाँ पुराने सिक्के, विभिन्न प्रकर के हथियार, ऐतिहासिक पत्र आदी हैं।
सिद्धिधाम आश्रम- सिद्धिधाम या सुधांशु जी आश्रम बिठूर रोड पर स्थित एक अत्यंत ही रमणीय आश्रम है। यह श्री सुधांशु महाराज द्वारा भारत के विभिन्न शहरों में स्थापित आश्रमों में से एक है। यहाँ आश्रम में खूबसूरत बगीचा है जिसे भगवान शिव, भगवान कृष्ण, भगवान हनुमान और देवी पार्वती, देवी राधा की विभिन्न सुंदर मूर्तियों से सुसज्जित किया गया है। आश्रम का मुख्य आकर्षण कृत्रिम कैलाश पर्वत है जिसमे कृत्रिम गुफा है। इस गुफा को अत्यंत रचनात्मक तरीके से बनाया गया है तथा अंदर आपको पौराणिक कथाओं के जीवन्त चित्राण देखने को मिलता है।